जीव ही शिव है...!
जबतक जीव शरीर में है
तबतक शरीर का कल्याण है!
परिवार, समाज, देश, दुनिया
का कल्याण सम्भव है
इसी शरीर, मन, बुद्धि के द्वारा...!
शिवयोग साधना से जीव का साक्षाकार
करके अपरा और परा प्रकृतियों को वश में कर
संसार का कल्याण करें...!
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ॐ नमः शिवाय...!
ॐ नमः जीवाय....!
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Soul is Shiva...!
Up till soul remain in body
Body is survived, saved, welfared
in all ways. We can do wwelfare, serve our
family, society, nation, world only till soul existing
in the body, using our same body, mind n intellect.
Let us Realize our Soul by Siyag Sadhana and have
Control over both Pra and Apradh Natures and
Serve the world, do all every things for welfare of world.
Om namah shivay...!
Om namah jeevan....!
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