Friday, 29 January 2016



*॥श्रीमभ्दगवग्दीता॥* -मेरी समझ में. "
से उद्धृत

श्री भागवत गीता में अघ्यात्म, भक्ति, मनोविज्ञान,
राजनीति, कूटनीति, दर्शन, योग, नीति,
विज्ञान सब कुछ है.
यह हर काल, धर्म, संप्रदाय, वर्ग, वंश,
उम्र, लिंग के मनुष्यों के लिए सदुपयोगी है"
-स्वामी अमृतानंद सरस्वति

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